गर्ल फ्रेंड को लिखा लव लेटर , बना मशहूर गीत
हसरत जयपुरी
सिर्फ़ गुलाबी पत्थर से जयपुर की पहचान नही बनी. कुछ लोगो ने इस शहर की फ़ज़ा मे फैली रोमानियत को दुनिया के सामने ऐसा चित्रित किया की लहज़ा लहज़ा गुलाबी हो गया. एक ऐसे ही गुलाबी लहजे के शायर थे हसरत जयपुरी.
बदन को हरारत भरी गर्म हवा से सेंकती ,एक दोपहर यानी 15 अप्रैल. को एक शायर खानदान मे जन्मे इकबाल हुसैन हक़ीक़त मे अपने हसरत अपने गीत के माध्यम से जी रहे थे. आज़ादी से पहले का दौर जब सारे प्रगतिशील शायर अपने लिए ज़मीन की तलाश कर रहे थे ,हसरत ने भी मुंबई का रुख़ किया. अंजान शहर मे अपनी शायरी का मुरीद मिलना आसान नही था, इसी बीच पेट की आग से भी खुद को लड़ना था. हसरत जयपुरी नए वो सब किया जो किसी ग़ैरतमंद शायर से उम्मीद की जा सकती है.
हसरत जयपुरी शायरी की दुनिया के बाकमाल शायर तो थे ही लेकिन अब सिनेमा के गीतों को अपना ख़ास लहज़ा पैदा करना था . हसरत जयपुरी की शायरी में मोहब्बत का रुपहला पहलु था। हसरत जयपुरी की शायरी में ज़िन्दगी की गर्माहट थी.
हसरत जयपुरी की शायरी ने गीतों का सफर तय करने में बाला की मेहनत की .
मिल मे मेहनतकश मजदूर की तरह काम करना हो, या बच्चो की मुस्कुराहट के लिए मिट्टी के खिलोने बनाना हो या फिर खूबसूरत चेहरो के दीदार के लिए बस कंडक्टर बनना हो, हसरत ने सब किया. इसी बीच एक मुशायरे मे पृथ्वीराज कपूर ने इस शायर की तड़प सुनी. दिल से कही बात, दिल तक पहुचती ज़रूर है. पृथ्वीराज कपूर ने राज कपूर को हसरत से अपने गाने लिखवाने की सलाह दी. फिर जो हुआ वो फिल्मी गीत के इतिहास मे बेहतरीन दौर बना. अपनी रोमांटिक शायरी के किनारो को तराश कर हसरत अब गीतों की शक्ल दे रहे थे. जिया बेकरार है, आई बहार है, आज मोरे बालमा तेरा इंतेज़ार है, गीत लिखकर हसरत ने फिल्मी दुनिया मे अपने आने का ज़ोरदार उद्घोष कर दिया.
अपनी जातीय ज़िंदगी के अधूरे प्यार को भी हसरत रह रह के बड़ी हसरत भरी नज़र से देखते रहे. निजी जीवन की प्रेमिका राधा को हसरत ने कई बार बहुत क़ातर अंदाज़ मे अपनी गीतो के माध्यम से पुकारा है. मेरे मन की गंगा और तेरे मन की जमुना का बोल राधा बोल संगम होगा की नही, उनके निजी ज़िंदगी की प्रेमिका राधा को याद करने का बहाना था. अधूरे प्यार को कई बार हसरत ने अपने गीतो को ज़रिए पुकारा भी है, आजा सनम मधुर चाँदनी मे हम.... या फिर दुनिया और प्यार से हार के लिखना हो की 'गम उठाने के लिए मैं तो जिए जाउन्गा' बेहद सहज शब्दो मे खुद को इज़हार करने वाला ये सादा दिल शायर लोगो को हमेशा याद रहेगा. हसरत साब ने हिंदुस्तान की बड़ी आबादी के दिल में दबी हसरत को अपने लफ्ज़, अपनी ज़बान दे दी. उनके लिखो गानो ने प्रेम के इज़हार को खोजते नौजवानो को नया हुनर दे दिया।
राजकपूर ही नहीं बल्कि शम्मी कपूर की कामयाबी में हसरत साब का बड़ा योगदान रहा है.
Top 10 Shammi Kapoor songs penned by Hasrat Jaipuri
अपनी खिलंदड़ स्वभाव और झूमते गांव से फिल्म इंडस्ट्री में नया सूरज उगाते शम्मी कपूर , अपने गांव और थिरकते अंदाज़ की वजह से खासे मशहूर थे. लेकिन इन्ही शम्मी कपूर की मक़बूलियत में हसरत जयपुरी की शायरी और रोमांटिक गांव का ख़ासा योगदान था. शम्मी कपूर के वो १० गाने जिन्हे हसरत जयपुरी ने लिखा और गांव ने शोहरत की हर ऊंचाई छू ली, इस प्रकार है।
१- दिल के झरोखे में तुमको बसाकर
२- बदन पर सितारे लपेटे हुए
३- अकेले अकेले
४- अहसान तेरा होगा
५- ऐ गुलबदन
६- तुमने किसी को जान को जाते हुए देखा
७-तुमसे अच्छा कौन है
८- तुम मुझे यूँ भुला न पाओगे
९- धीरे चल
१० - नज़र बचाकर
शम्मी के बड़े भाई राजकपूर तो धीरे धीरे हसरत जयपुरी के गीतों को अपनी आवाज़ बनाते जा रहे थे. शैलेन्द्र के साथ, हसरत जयपुरी , राजकपूर की अब ज़रुरत बन गए. यहाँ तक शैलेन्द्र की महत्वाकांछी फिल्म 'तीसरी कसम' का बेहद मशहूर गाना लिखा.
जहाँ हसरत दूसरो की भावनाओ को अपने लफ्ज़ो से ज़्यादा असरदार बना रहे थे वही उनका माज़ी मोहब्बत के मामले में ख़ासा तकलीफदेह रहा. अपनी जवानी में लिखे कई खत ,बाद में फिल्मो का ज़रूरी हिस्सा बने .
अपनी जातीय ज़िन्दगी में भी हसरत ने अपनी मेहबूबा को एक खत लिखा था. " ये मेरा प्रेम पत्र पढ़कर ,तुम नाराज़ न होना " कमाल ये है की २० साल की उम्र जयपुर में लिखा ये गीत , आने वाले वक़्त में मशहूर फिल्म ' संगम' का बेहद लोकप्रिय गीत बना। इन्ही हसरत साब के लिखे कुछ बेहद शानदार गीत इस तरह है
१- ज़िन्दगी एक सफर है सुहाना ( (अंदाज़ )
२- तेरी प्यारी प्यारी सूरत को ( ससुराल )
३- पंख होते तो उड़ आती रे ( सेहरा )
४- अहसान होगा तेरा हम पर ( जंगली )
५- गर तुम भुला ना दोगे ( यकीन )
६-तुम मुझे यूँ भुला न पाओगे ( पगला कहीं का )
७-अजी रूठ कर अब कहाँ जाइएगा ( आरज़ू )
८- सायोनारा सायना ( लव इन टोक्यो )
९-दुनिया बनाने वाले ,क्या तेरे मन में समायी ( तीसरी कसम )
१० - बदन पर सितारे लपेटे हुए ( प्रिंस )
बहुत से कालजयी गानो से हसरत जयपुरी ने गुलाबी लफ्ज़ो की ऐसी क़तार खड़ी की , कि जब भी लोग , शाइस्ता ज़बान में मोहब्बत का इज़हार चाहते है..उन्हें हमेशा हसरत जयपुरी के शब्दों का सहारा लेना पड़ता है
©अविनाश त्रिपाठी
Nice
ReplyDeleteThanks a lot
DeleteWell articulated and expressed 👍
ReplyDeleteThanks a lot aditi for your kind words
DeleteNice
ReplyDeleteThanls a lot Harshi ji
DeleteVery well expressed written sir..
ReplyDeleteThanks a lot for ur kind words
ReplyDeleteVery well analyzed
ReplyDeleteThanks for sharing , indeed these songs are well deserved to be in the top ten catagory
ReplyDeleteVery well written
ReplyDeleteThanks a lot for liking the content
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