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मुकेश के दस सबसे बेहतरीन नग़मे


 सबसे खूबसूरत संसार, आवाज़ों का होता है.  कहते है किसी शख्स को करीब से देखना हो तो उसकी आवाज़ का पर्दा उठाकर देखो।  हर कोई अपनी आवाज़ के पीछे बिलकुल साफ़ सफ्फाक नज़र आता है।  ऐसा ही आवाज़ का खूबसूरत पारदर्शी पर्दा ओढ़े एक शख्स , दिल्ली की ज़मीन में मौसिकी के शज़र  बो रहा था.




दिल्ली के ये बेहद खुशनुमा शाम थी. शादी की शहनाई , गुलाब जल , और मीठी बालूशाही ने फ़िज़ा में मिठास और महक दोनों घोल रखी  थी. शाम जब थोड़ी और गहरी हुई तो एक उगते  हुए किशोर ने अपनी आवाज़ का एक मुलायम टुकड़ा , फ़िज़ा में उछाल दिया. ये किशोर , दुल्हन का भाई मुकेश चंद्र माथुर था।

  श्रोताओ में मुकेश माथुर के दूर  के रिश्तेदार मशहूर अभिनेता मोतीलाल थे . आवाज़ मुकेश माथुर के  दिल से निकली थी और उसका दिल तक पहुंचना लाज़िमी था. मोतीलाल ने फ़ौरन फैसला लिया कि  इस आवाज़ को दुनिया तक पहुँचाना है।  अब  मुकेश माथुर अब मुंबई में  मोतीलाल के घर   में अपने गले पर रियाज़ की ज़रदोज़ी करने लगे.
खुशशक्ल  मुकेश माथुर को धीरे धीरे गाने के साथ अभिनय के भी अवसर मिलने लगे. साफ़ पानी की तरह दिल वाले मुकेश माथुर को 'निर्दोष' नामक  फिल्म में नायक की तरह अभिनय और  गाने दोनों का अवसर मिल गया. धीरे धीरे कदम उठाते मुकेश माथुर उस गाने तक पहुंच गए जिसने उन्हें " मुकेश " के रूप में पहली पहचान दी. " दिल जलता है तो जलने दे ' गाना बेहद लोकप्रय हो रहा था लेकिन लोग उस गाने में के एल  सहगल की तस्वीर देख रहे थे. इस गाने को सुनने के बाद , सहगल ने कहा ' मैंने ये गाना कब गाया , मुझे कुछ याद नहीं आ रहा है।  

गाना मुकेश का होने के बाद भी ,बिलकुल के एल  सहगल की आवाज़ सरीखा था. अपने आइडियल सहगल की आवाज़ के पीछे छिपे मुकेश माथुर को अब अपने लहजे , अपने अंदाज़ की ज़रुरत थी. इसी दौर में नौशाद और अनिल बिस्वास में मुकेश की आवाज़ को हारमोनियम की सरगम में तपाकर  नया अंदाज़ दे दिया.  अनिल बिस्वास के गाने ने 'जीवन सपना टूट गया ' ने मुकेश को अलग पहचान दी. मुकेश माथुर धीरे धीरे मुकेश बनने का सफर कर रहे थे. यहूदी और शंकर जयकिशन ने मुकेश को आसमान पर पैर  रखने का मौका दे दिया।  

ये मेरा दीवानापन है ' ने मुकेश की आवाज़ को , दिलीप साब का चेहरा दे दिया।  अब दिलीप साब अपनी ख़ास अंदाज़ में गुनगुनाते तो मुकेश , उनकी आवाज़ में अपने दर्द, ख़ुशी और इंतज़ार टांक देते.  अब मुकेश सलिल चौधरी की पसंद में सबसे ऊँचे पायदान पर बैठ जाते है और मधुमती में ये जोड़ी सिर्फ कमाल करती है. दिल तड़प तड़प के कह रहा है ' में मुकेश ने अपने दिल के  दर्द, प्यार को मिलाकर ऐसा करिश्मा किया की ये आवाज़ हिंदुस्तान में गूंजने लगी. तेज़ी से पहचान के शिखर पर जा रहे मुकेश को अभी उस चेहरे तक पहुंचना था जिसने मुकेश की हर राग, हर सरगम को अपना चेहरा देकर ,अलग मक़ाम दे दिया. ये सबसे बड़े शोमैन राजकपूर थे. 

 


 राजकपूर की खुद की आवाज़ उनसे उतनी नहीं मिलती थी जितनी मुकेश की आवाज़ ,राज साब की पहचान बन गयी थी. ऐसे ही आवाज़ को अपने लय  पर तराशने वाले शंकर जयकिशन ने मुकेश की ज़िन्दगी में बेहद अहम् रोल अदा  किया. शंकर जयकिशन की जोड़ी ने  , मुकेश की आवाज़ में दर्द की पतली लहर  को पहचान के , उसको ऐसे सरगम में ढाला , कि  गीत , दर्द और खुशबु से महक गया।
 राजकपूर ,दिलीप कुमार ,देवानंद और अमिताभ बच्चन जैसे कलाकार के गुनगुनाये बहुत से सुपर हिट सांग्स , मुकेश की साधना का नतीजा रहे. मुकेश के १० वो गीत जिन्होंने मुकेश की प्रतिभा , आवाज़ , दर्द की अभिव्यक्ति, खनक को अनोखा संगम पेश किया। .हाज़िर है.
१- सब कुछ सीखा हमने न सीखी होशियारी  (अनारी, शंकर जयकिशन )
२- होंठो  पे सच्चाई रहती है ( जिस देश में गंगा बहती है , शंकर जयकिशन )
३- दोस्त दोस्त न रहा ( संगम , शंकर जयकिशन )
४- किसी की मुस्कराहटों पे निसार ( अनारी , शंकर जयकिशन )
५- सावन का महीना , पवन करे शोर ( मिलान , लक्समिकान्त प्यारेलाल )
६- बस यही अपराध मैं  हर बार करता हु ( पहचान ,शंकर जयकिशन )
७-  मैं  पल दो पल का शायर हूँ  ( कभी कभी ,खय्याम )
८- एक दिन बिक जाएगा माटी के मोल (धरम करम , आर डी  बर्मन )
९-एक प्यार का नगमा है ( शोर, लक्ष्मीकांत  प्यारेलाल )
१०-  सुहानी  चांदनी रातें  ( मुक्ति, आर डी  बर्मन )

यूँ तो मुकेश जैसे शाहकार को १० गानो  में महदूद नहीं किया जा सकता लेकिन इन १० गानो  ने आने वाले १०० साल तक भारतीय फिल्म संगीत का , मौसिकी का ऐसा खजाना दिया जो हमेशा हमारी धरोहर रहेगा. आज भी टूटे दिल की हर पुकार, मुकेश की आवाज़ से हूबहू मेल खाती है

 ©अविनाश त्रिपाठी


9 comments:

  1. मुकेश जैसे शाहकार को १० गानो में महदूद नहीं किया जा सकता लेकिन इन १० गानो ने आने वाले १०० साल तक भारतीय फिल्म संगीत का मौसिकी का ऐसा खजाना दिया जो हमेशा हमारी धरोहर रहेगा.

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    1. जी , मुकेश को गानों के बदन ,में दर्द की रूह डालने का हुनर हासिल था 🙏

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    1. Many thanks , if you liked, you can share among your known 😊😊

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  3. Thanks a lot, if you liked the content ,you can share among your known

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  4. श्री मुकेशजी आज भी हमारे दिल में है, और सदा ही रहेंगे, एक बात मुकेश जी के गाने सब नहीं गा सकते (इंडियल आइडियल में कोई भी लड़का मुकेश जी के गाने नही गाता)

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